उज्जैन,15 अक्टूबर 2025। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दीपावली पर्व के अवसर पर पारंपरिक विधि-विधान एवं धार्मिक मर्यादाओं के सम्यक निर्वहन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
दिनांक 20 अक्टूबर 2025 को दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में भगवान श्री महाकालेश्वर जी की आरती-पूजन के दौरान प्रत्येक आरती — प्रातः भस्म आरती, अभ्यंग स्नान के पश्चात आरती, संध्या आरती एवं शयन आरती में पूजा-अर्चना के अभिन्न भाग के रूप में केवल एक फूलझड़ी जलाई जाएगी। यह प्रक्रिया मंदिर की पारंपरिक एवं धार्मिक परंपराओं के अनुरूप संपन्न की जाएगी।
इसके अतिरिक्त गर्भगृह, कोटीतीर्थ कुण्ड, मंदिर परिक्षेत्र तथा श्री महाकाल महालोक क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आतिशबाज़ी, पटाखों का फोड़ना, ज्वलनशील पदार्थ, अनार, फूलझड़ी या अन्य आतिशबाज़ी सामग्री लाना एवं प्रयोग करना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं एवं नागरिकों से अपील की है कि वे दीपावली पर्व को परंपरागत, शांतिपूर्ण एवं श्रद्धा-भाव से मनाएँ तथा जारी निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए प्रशासन का सहयोग करें।
उल्लंघन की स्थिति में संबंधित व्यक्ति पर नियमानुसार प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी, जिसके वह व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी होंगे।




